चांद की सतह पर उतरे विक्रम लैंडर की इस तस्वीर को देखिए, गर्व से भर जाएंगे आप। जी हां, साल 2019 में भेजा गया चंद्रयान-2 मिशन भले ही पूरी तरह सफल नहीं हो पाया, लेकिन उसका ऑर्बिटर अब भी एक्टिव है। उसी ऑर्बिटर ने भारतीयों के लिए अपने विक्रम लैंडर की तस्वीर भेजी है। चांद की सतह पर अपना विक्रम लैंडर पांव जमाए खड़ा दिख रहा है।
इसरो ने ट्वीट कर लिखा कि, चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने चंद्रयान-3 के लैंडर की यह तस्वीर ली है। चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में हाई-रिजॉलूशन कैमरा लगा है। जी हां, चांद के चारों तरफ परिक्रमा कर रहे अपने ऑर्बिटर के पास बेस्ट कैमरा है। इसरो ने बताया कि 23 अगस्त 2023 को विक्रम की चांद पर लैंडिंग के ठीक बाद में ऑर्बिटर ने यह तस्वीर ली है। चंद्रयान-2 ने अपने विक्रम लैंडर के लिए कहा, मैंने तुम्हें देख लिया है।
तस्वीर में साफ दिखाई दे रहा है कि, चांद की सतह के आसपास काफी बड़े गड्ढे हैं लेकिन अपना विक्रम प्लेन जगह पर उतरा है। ऑर्बिटर ने 23 अगस्त की रात 10.17 मिनट पर यह तस्वीर ली थी। जैसे ही इसरो ने इस तस्वीर को शेयर की भारतीयों का जोश फिर से हाई हो गया। धरती से करीब चार लाख किलोमीटर दूर चंदा मामा के घर पर उतरे विक्रम को देख लोग गर्व से भर गए।
https://twitter.com/chandrayaan_3/status/1694917573744214340?s=20
विक्रम लैंडर जब चांद के करीब था तो उसके और चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर के बीच संपर्क स्थापित हुआ था। इसे आप सरल शब्दों में बातचीत कह सकते हैं। तब इसरो ने लैंडिंग से पहले हुए इस संपर्क के बारे में ट्विटर पर कहा, स्वागत है दोस्त। चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने ऑपचारिक रूप से चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल का स्वागत किया। दोनों के बीच दोतरफा संचार स्थापित हो गया।
आपको बता दें कि, चंद्रयान-2 मिशन साल 2019 में भेजा गया था। इस अतरिक्षयान में ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर शामिल था। लैंडर के अंदर एक रोवर था। लैंडर चंद्रमा की सतह पर क्रैश हो गया था, जिससे यह मिशन के सॉफ्ट लैंडिंग के लक्ष्य को हासिल करने में नाकाम रहा। हलांकि अपना ऑर्बिटर आज भी चांद पर नजर बनाए हुए है।