राजधानी दिल्ली में यमुना नदी में बाढ़ के पानी आने से कई इलाकों में हालत गंभीर बन गई है। यमुना खादर इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित इलाकों में शिफ्ट किया जा रहा है। यमुना नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है। कई इलाकों में घरों में पानी भर गया है। पुरानी दिल्ली रेलवे ब्रिज पर यमुना के पानी 207.08 दर्ज किया गया। यहां खतरे का निशान 205.33 मीटर है। दिल्ली में यमुना नदी में आई बाढ़ ने पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पुराने लोहे के पुल को भी बंद कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अभी यमुना नदी में जलस्तर और बढ़ सकता है।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 207.14 मीटर तक पहुंच चुका है। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि देर रात तक नदी में पानी और भी बढ़ सकता है। ऐसे में यमुना के निचले इलाकों में रहने वालों को अगले कुछ दिनों तक बाढ़ से राहत नहीं मिलने वाली है। ऐसा इसलिए भी कि, हथिनी कुंड बैराज से हर घंटे करीब 2.5 लाख से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वहीं फ्लड कंट्रोल विभाग के ऑफिसरों का कहना है कि, अगर हर घंटे इसी तरह से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जाता रहा तो जलस्तर में और भी बढ़ोतरी संभव है।
वहीं राजधानी दिल्ली में मॉनसूनी बारिश आफत बनकर बरसी है। अगले कुछ दिनों तक बारिश से राहत रहेगी, लेकिन इस दौरान एक बार फिर से पारा चढ़ेगा। मौसम विभाग की मानें तो बारिश के कारण एक्टिव पश्चिमी विक्षोव था जो अब कम हो गया है। मॉनसून के अलावा ट्रफ लाइन भी दिल्ली से दूर चली गई है। फिलहाल मध्यप्रदेश और दक्षिण राजस्थान से गुजर रही है। अगले दो तिन दिन यहां बारिश हो सकती है। दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना है। 15 जुलाई के बाद दिल्ली में एक बार फिर से बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने 15 और 16 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।