संसद के मॉनसून सत्र में एक बड़ा एक्शन हुआ है। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को राज्यसभा से सस्पेंड कर दिया है। राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बीच तीखी नोकझोंक हुई। डेरेक चेयर की तरफ चिल्लाए और पॉइंट ऑफ ऑर्डर दिया। जिसके बाद धनखड़ ने पूछा कि आपका पॉइंट ऑफ ऑर्डर क्या है। इस पर ब्रायन की आवाज तेज होती चली गई। उन्होंने कहा सर, हमें कम्युनिकेट करने की जरूरत है कि हम मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन वैसे नहीं जैसा वे (सत्ता पक्ष) चाहते हैं। इस पर सभापति नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि मैं सदस्यों को स्पष्ट कहना चाहता हूं कि, अगर वो पॉइंट ऑफ ऑर्डर चाहते हैं और खड़े होकर पॉइंट ऑफ ऑर्डर नहीं देते हैं, लेकिन भाषण देने लगते हैं। अगर आप सिर्फ स्पेस चाहते हैं तो यह ठीक नहीं है।
धनखड़ ने कहा कि, मुझे बताइए कि किस रूल के तहत पॉइंट ऑफ ऑर्डर दे रहे हैं। इस पर डेरेन ने जवाब दिया, रूल पेज 92 पर है। रूल पेज 267 है विपक्ष के नेता लगातार मणिपुर पर चर्चा के लिए कह रहे हैं, यह कहते हुए ब्रायन चीखने लगे, इसके बाद उन्हें सभापति ने सस्पेंड कर दिया। टीएमसी सांसदों की चीखें सुनकर घनखड़ ने भी अपनी आवाज तेज कर दी। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि, अपनी सीट पर बैठिए। हलांकि वह बोलते जा रहे थे। इसके बाद सभापति खड़े हुए और उन्होंने आदेश दिया कि मैं डेरेक ओ ब्रायन को सदन छोड़ने का निर्देश देता हूं।
दरअसल, विपक्षी सदस्य मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे थे। इस पर पीयूष गोयल ने कहा कि मैं चेक करता हूं कि गृहमंत्री कहां हैं। 12 बजे चर्चा के लिए हम तैयार हैं। हलांकि विपक्षी सदस्यों ने 267 के तहत चर्चा की बात दोहराई तो सभापति ने ने कहा कि मैं अपनी रूलिंग के खिलाफ नहीं जा सकता। हालांकि, हंगामा चलता रहा। चेयरमैन ने सभी नोटिस को खारिज कर दिया। कुछ नोटिस हरियाणा पर भी था। उन्होंने कहा कि, मैं केवल उसी नोटिस को स्वीकार करूंगा जो समयसीमा में रूल के तहत दिए जाएंगे।