बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कोसी बैराज से छोड़े गए साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी के कारण कोसी नदीं लबालब होती जा रही है। गंगा और बिहार की दूसरी सहायक नदियों में कोसी बैराज से 4, 62,345 क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है। जिसके बाद बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वहीं बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने सोमवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, वाटर रिसोर्स डेवलपमेंट के तमाम अधिकारी लगातार स्थिति पर निगाह बनाए हुए है। इससे पहले भी कई चरणों में नेपाल और तराई वाले हिस्सों में हुई बारिश के कारण कोसी बैराज से पानी छोड़ा गया था। मगर अभी जो पानी छोड़ा गया है बिहार में बाढ़ जैसी स्थिति के लिए काफी है।
पहले से ही बारिश के कारण गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर खतरे के निशान के आसपास बना हुआ है। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में पानी छोड़े जाने के बाद इस बात की पुष्टि हो गई है कि बिहार इस बार फिर से विनाश लीला झेलेगा। बिहार में बाढ़ के निश्चित खतरे को देखते हुए जल संसाधन विभाग की तरफ से हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं। तमाम अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है।
दूसरी तरफ गोपालगंज में भी हालात बिगड़ने नजर आ रहे हैं। क्योंकि वाल्मीकि नगर बैराज से 2 लाख 93 हजार 6 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह पानी कुछ घंटे में गोपालगंज पहुंच जाएगा। लेकिन इससे पहले ही गोपालगंज में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। तीन दिनों पहले वाल्मीकि नगर बराज से जो 2 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था, वह अभी गोपालगंज में गंडक के निचले इलाके में मौजूद हैं। जिसके कारण गोपालगंज के कई गांव का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। हलांकि जिला प्रशासन ने लोगों को सचेत रहने की सलाह दी है। इसके साथ ही जगह-जगह पर नाव की व्यवस्था की गई है। ताकि लोगों को आवागमन में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो।