राजधानी दिल्ली में बाढ़ के खतरे को लेकर पहले से आगाह किया जा रहा था, लेकिन जो हालात हैं उससे तो यही लग रहा है कि बात सच निकली। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और पिछले पांच दशक की अगर बात की जाए तो उसका रिकॉर्ड अब टूट गया है। जिसके कारण राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पानी भरने लगा है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि हजारों परिवारों को अपना घर बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट होना पड़ा है। दिल्ली में गुरुवार को सुबह 6 बजे यमुना नदीं का जलस्तर 208.41 मीटर तक पहुंच गया है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पानी भरने लगा है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि हजारों परिवारों को अपना घर बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट होना पड़ा है। दिल्ली में गुरुवार को सुबह 6 बजे यमुना नदीं का जलस्तर 208.41 मीटर तक पहुंच गया है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
यमुना के पानी में जलस्तर बढ़ने के कारण कई इलाकों में पानी भरने की सूचना है। बाहरी रिंग रोड पर पानी भरने के कारण सड़क बंद कर दी गई है, जबकि मजनू का टीला से लेकर आईटीओ तक के रास्ते पर भी जलजमाव है। गुरुवार सुबह चंगी राम अखाड़ा, मजनू का टीला, मोनेस्ट्री मार्केट, लोहा पुल और निगम बोध घाट समेत आसपास के इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। राजधानी में करीब 16 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।
राजधानी दिल्ली में आईटीओ और राजघाट की तरफ जाने वाली सड़क, आउटर रिंग रोड, यमुना बाजार और लोहा पुल के पास पानी भरा है। दिल्ली आईटीओ के नजदीक आईपी स्टेडियम और राजघाट की ओर जाने वाली सड़क पर भी जलजमाव देखने को मिल रहा है। इनमें यमुना बाजार सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां की कॉलोनी में तेज रफ्तार से पानी भर रहा है। आउटर रिंग रोड पर यमुना किनारे वाले तमाम मकान और मंदिरों में पानी भर चुका है।
उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश का ऐसा असर होगा किसी ने भी नहीं सोचा था। देश की राजधानी दिल्ली का एक इलाका बाढ़ से प्रभावित है, जिसका असर डेली लाइफ पर भी पड़ रहा है। दिल्ली की लाइफ लाइन कही जाने वाली आउटर रिंग रोड तलाब बन चुकी है, जिसके कारण यातायात काफी प्रभावित हो रहा है।
निचले इलाकों में में दिल्ली पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मोर्चा संभाल रखा है। यहां लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों और कैंपों में जाने की अपील की जा रही है, क्योंकि पानी कितनी तेजी से बढ़ेगी, इसका अंदाजा किसी को भी नहीं है। राजधानी दिल्ली में बाढ़ के कारण एमसीडी के शिक्षा विभाग ने सिविल लाइन्स जोन के निचले इलाकों में 10 स्कूल, शहादहा साउथ जोन में 6 स्कूल और शहादरा नॉर्थ जोन में 1 स्कूल को 13 जुलाई तक बंद रखने का फैसला किया है, कुछ जगहों पर ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था की गई है।
दिल्ली में यमुना का रिकॉर्ड जलस्तर साल 1978 में 207.49 मीटर था, यह रिकॉर्ड बुधवार को ही टूट गया था। अब गुरुवार को यह आंकड़ा 208.41 मीटर पहुंच गया है, मतलब पिछले रिकॉर्ड से पानी करीब एक मीटर ऊपर बह रहा है। यही कारण है कि दिल्ली का निचला इलाका बाढ़ के पानी में डूब गया है।