नाइजर के बाद एक और अफ्रीकी देश में सैन्य तख्तापलट हो गया है। मध्य अफ्रीकी देश गैबॉन की सेना के अधिकारियों का एक दल राष्ट्रीय टीवी चैनल पर आकर सत्ता पर कब्जा करने का दावा किया। इन सैन्य अधिकारियों ने तख्तापलट का यह ऐलान ऐसे समय पर किया गया जब कुछ घंटे पहले ही देश के चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अली बोंगो को लगातार तीसरे बार चुनाव में विजय घोषित किया था। बगावत करने वाले सैन्य अधिकारियों ने दावा किया कि चुनाव परिणाम फर्जी है।
गैबॉन चैनल पर आकर सैन्य अधिकारियों ने कहा कि वे सभी सिक्यॉरिटी और डिफेंस फोर्सेस का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के परिणाम को रद्द कर दिया गया है। अगले आदेश तक देश की सारी सीमाओं को बंद कर दिया गया है और सभी सरकारी संस्थानों को भंग कर दिया गया है। सेना के कब्जे के बाद देश की राजधानी लिब्रेविले में गोलीबारी की खबरें सामने आई है। लेकिन अभी तक ओपेक के सदस्य देश गैबॉन की सरकार की ओर से किसी तरह का कोई बयान नहीं आया है।
🔴 Au #Gabon 🇬🇦, des militaires ont annoncé ce mercredi à la télévision avoir pris le pouvoir en raison du manque de crédibilité des récentes élections générales, peu après l'annonce de la victoire du président #AliBongo à l'élection présidentielle pic.twitter.com/IRXodBMMQF
— FRANCE 24 Français (@France24_fr) August 30, 2023
राष्ट्रपति बोंगो को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। जिसके बाद राष्ट्रपति बोंगो ने दुनिया के देशों से सैन्य कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है। वहीं सैन्य अधिकारियों ने कहा कि, गैबॉन की जनता के नाम पर हमने वर्तमान शासन का खात्मा करके शांति की रक्षा करने का फैसला किया है। सेना का एक अधिकारी जब यह बयान पढ़ रहा था तब बड़ी संख्या में दूसरे सैन्य अधिकारी वहां चुपचाप खड़े थे। वे सेना की वर्दी पहने हुए थे। देश की सरकार, सीनेट, राष्ट्रीय असेंबली, कोर्ट और चुनाव आयोग को भंग कर दिया गया है।
Deposed president of Gabon Ali Bongo Ondimba has made a plea to the world from house arrest to “make noise” after senior military officers staged a coup ⤵️ pic.twitter.com/GI4o7YcTt6
— Al Jazeera English (@AJEnglish) August 30, 2023
अगर गैबॉन में यह तख्तापलट हो जाता है तो साल 2020 के बाद से अबतक यह आठवां पश्चिमी और मध्य अफ्रीकी देश होगा जहां तख्तापलट हुआ है। इससे पहले माली, गिनी, बुर्किना फासो, चाड, और नाइजर में लोकतांत्रिक सरकारों को हटा दिया गया है। इस तख्तापलट के बाद देश में अनिश्चितता का माहौल बन गया है। अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर गैबॉन में काफी तनाव देखा जा रहा है। सेना के अधिकारियों ने दावा किया कि, वर्तमान सरकार कई सालों से गैबॉन के लोगों की इच्छा का सम्मान नहीं कर रही थी। इन्हीं कारणों से उन्हें इसे बदलना पड़ा है।