मणिपुर में हिंसा के बीच महिलाओं के साथ हुए यौन शोषण और नग्न परेड कराने की घटना पर पीएम मोदी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पीएम मोदी ने महिलाओं के साथ हुई इस घटना को शर्मसार करने वाला बताया। पीएम ने कहा कि मणिपुर की इस घटना पर मेरा हृदय पीड़ा से भरा हुआ है। प्रधानमंत्री इस घटना का जिक्र करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने देश को विश्वास दिलाया कि इस मामले में जितने भी गुनहगार हैं बख्शे नहीं जाएंगे। कहा कि बेटियों के साथ जो कुछ भी हुआ है, उससे देश शर्मसार हुआ है, दोषियों को माफ नहीं किया जाएगा।
संसद के मॉनसून सत्र से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पाप करने वाले कितने हैं, कौन है, वो अपनी जगह पर है लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ देशवासी इस घटना से शर्मसार हैं। कानून व्यवस्था कड़ी कार्रवाई करे, कठोर कदम उठाए। घटना चाहे राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या फिर मणिपुर की, कानून अपना काम करेगा। नारी का सम्मान हमेशा रहेगा। प्रधानमंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि कानून अपनी पूरी शक्ति से और कदम उठाएगा।
सोशल मीडिया पर मणिपुर का एक वीडियो सामने आया। जिसमें साफ दिख रहा है कि लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर प्रताड़ित कर रहे हैं। उनका शोषण कर रहे हैं, वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है। इस हिसाब से वीडियो मणिपुर में हिंसा शुरू होने के एक दिन बाद का है। वीडियो कांगपोकपी जिले का है। ये भी दावा है कि महिलाओं के साथ गैंगरेप किया गया, वे चिल्ला रही थीं, उन्हें खेतों में घसीटा। इसी वीडियो पर प्रधानमंत्री मोदी ने अब कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
एक रिपोर्ट की मानें तो, 4 मई को मैतेई समुदाय के सैकड़ों की संख्या में लोग कांगकोपकी जिले के बी फाइनोम गांव में हथियारों के साथ घुस आए थे। वे लोगों के घरों को जला रहे थे। इस बीच तीन महिलाएं जंगल की तरफ भाग निकलीं। मैतई की भीड़ ने महिलाओं का पीछा किया, और घेर लिया। उन्हें अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया। उनका गैंगरेप किया। वे तड़प रही थीं, मदद की गुहार लगा रही थी। लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी। इस मामले की शिकायत सैकुल पुलिस स्टेशन में 4 मई को ही दर्ज कराई गई थी। महिलाओं को बाद में नोंगपोक सेकमाई पुलिस की टीम ने बचाया।