पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में एक बड़ी घटना हुई है। सैरांग इलाके में एक निर्माणाधीन रेलवे पुल के ढह जाने के बाद 17 मजदूरों की मौत हो गई। घटनास्थल पर कई लोगों के फंसे होने की आशंका व्यक्त की गई है। क्योंकि इस घटना के समय वहां 35 से 40 मजदूर मौजूद थे। घटना आइजोल से करीब 21 किलोमीटर की दूरी पर सुबह लगभग 10 बजे हुई। पुलिस की मानें तो मलबे से अबतक 17 शव को निकाले गए हैं। जबकि कई अभी भी लापता है। मौके पर राहत का काम तेजी से चल रहा है। रेलवे ने आशंका जताई है कि पुल के मलबे में कई लोग फंसे हो सकते हैं। पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची के अनुसार बुधवार सुबह करीब 10 बजे जब हादसा हुआ, तब करीब 40 लोग काम कर रहे थे। राहत और बचाव के लिए रेलवे के अफसरों की टीम मौके पर मौजूद है।
रेलवे की इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने शोक व्यक्त किया, इस त्रासदी से बहुत दुखी और प्रभावित हूं। मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। बचाव कार्यों में मदद के लिए बड़ी संख्या में सामने आए लोगों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, मैं मिजोरम में पुल दुर्घटना से दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है उनके प्रति संवेदनाएं, घायल जल्द ठीक हों। बचाव अभियान चल रहा है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है। पीएम ने प्रत्येक मृतक परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50, 000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है।
Pained by the bridge mishap in Mizoram. Condolences to those who have lost their loved ones. May the injured recover soon. Rescue operations are underway and all possible assistance is being given to those affected.
An ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF would be given to the…
— PMO India (@PMOIndia) August 23, 2023
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मिजोरम में आज एक निर्माणाधीन रेलवे पुल के दुखद ढहने के बारे में जानकर स्तब्ध हूं, जिसमें कई साइट श्रमिकों की जान चली गई है, जिनमें से कुछ हमारे मालदा जिले से संबंधित थे। मैंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वे बचाव, कार्यों के लिए तुरंत मिजोरम प्रशासन के साथ समन्वय करें। मालदा जिला प्रशासन को शोक संतप्त परिवारों तक हर संभव मदद पहुंचाने के लिए संपर्क करने को कहा गया है। हम परिवारों के निकट संबंधियों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा देंगे। पीड़ितों के प्रति एकजुटता, मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।