मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव में अभी समय है लेकिन राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने आने वाले चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। बीजेपी ने इस बार एक नई रणनीति के तहत चुनाव से तीन महीने पहले उम्मीवारों की सूची जारी की है। जिसमें वो सीटें है जिसे बीजेपी ने साल 2018 के विधानसभा चुनाव में या तो हार गई थी या कम अंतर से हार हुई थी। इसलिए बीजेपी ने समय रहते हारी हुई सीटों पर पहले फोकस किया है। इसमें 2013 में भी हारी हुई सीटें शामिल है।
बीजेपी ने मध्य प्रदेश में जारी 39 उम्मीदवारों की पहली सूची में 14 ऐसे लोगों को फिर से मौका दिया है जो पिछली बार चुनाव हार गए थे, इसमें तीन पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। अमित शाह ने रणनीति के तहत उन हारे हुए उम्मीदवारों पर ही भरोसा जताया है जो 2018 में चुनाव नहीं जीत पाए थे। एक बार फिर से उन्हें ही ये जिम्मेदारी सौंपी है। चुनावी तैयारियों और प्रत्याशियों को तय करने के मामले में वह अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस से आगे निकल गई है।
मध्य प्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होनें है। 230 सदस्यीय विधानसभा में अभी बीजेपी सत्ता में है। पिछले सप्ताह मायावती के नेतृत्व वाली बीएसपी सात उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर मध्य प्रदेश में ऐसा करने वाली पहली राजनीतिक पार्टी बन गई थी। हलांकि, मध्य प्रदेश की राजनीति बीजेपी और कांग्रेस के बीच द्विध्रुवीय मानी जाती है, जबकि बीएसपी और एसपी समेत तमाम दल प्रदेश में छोटे खिलाड़ी के रूप में देखे जाते हैं।
बीजेपी ने मध्य प्रदेश में 39 सीटों पर जिन उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें से लगभग सभी सीट पर 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार कांग्रेस से हार गई थी। कांग्रेस ने 2018 में अपनी सरकार बनाई थी, लेकिन मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में विधायकों के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी के साथ आने से वह सत्ता से बाहर हो गई थी। बीजेपी ने जिन 39 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है उनमें से 38 सीट पर वर्तमान में कांग्रेस और एक सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार का कब्जा है।
बीजेपी इस चुनाव में किसी तरह की कोई कमी नहीं रहने देना चाहती है। इसलिए समय से पहले ही हारे हुए सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है, जिससे की उन्हें तैयारी करने का पूरा समय मिल सके। दूसरी तरफ बीजेपी ने अनुसूचित जाति, जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित कई सीट हैं। बीजेपी ने 14 ऐसे उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है।