संसद के मॉनसून सत्र में दोनों सदनों में बवाल जारी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच मणिपुर मामले को लेकर गतिरोध बरकरार है। विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन में बयान देने की मांग कर रहा है जबकि सत्तापक्ष उस पर राजी नहीं है। राज्यसभा में सोमवार को पीयूष गोयल ने कहा कि, आज दोपहर 2 बजे मणिपुर पर चर्चा शुरू हो। साथ ही उन्होंने कहा कि, विपक्ष क्यों चर्चा से भाग रहा है।
संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कुछ ही मिनटों में स्थगित कर दी गई। लोकसभा में विपक्ष ने प्रधानमंत्री सदन मे आओ, तानाशाही नहीं चलेगी, मोदीगीरी नहीं चलेगी, जैसे नारे लगाए। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पिछले 10 दिनों से हम मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे हैं, नियम 267 में चर्चा होनी चाहिए। विपक्ष पीएम के बयान की मांग कर रहा है। दूसरी तरफ, राज्यसभा में पीयूष गोयल विपक्ष पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि, ये लोग चर्चा से भाग रहे हैं क्योंकि इनकी दाढ़ी में कुछ काला है।
सोमवार को जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि रूल 267 के तहत 65 नोटिस मिले हैं। कई सदस्यों के गाइडेंस से मैंने एक प्रैक्टिस शुरू की है कि नाम और नोटिस का सब्जेक्ट पढूं, क्या मुझे भी सभी 65 नोटिस पढ़ना चाहिए, बस फिर क्या था उच्च सदन में हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।
इसके बाद पीयूष गोयल ने कहा कि, विपक्षी सदस्य लिबर्टी का मिसयूज कर रहे हैं। जब सरकार मणिपुर पर चर्चा कराने के लिए तैयार है तो वे क्यों भाग रहे हैं। सदन के 9 दिन बर्बाद हो गए। देश देख रहा है। मैं हैरान हूं कि डिबेट से भागकर विपक्ष क्या संदेश देना चाहता है। ये लोग क्या छिपाना चाहते हैं। इनकी दाढ़ी में कुछ काला है…कोई न कोई तकलीफ है जिससे ये भाग रहे हैं। ये मणिपुर की सच्चाई सामने नहीं लाने दे रहे हैं।
पीयूष गोयल ने कहा कि, इस सदन में सरकार मणिपुर पर चर्चा चाहती है और आज के आज चाहती है। आज ही चर्चा शुरू की जाए। आज ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। मुझे लगता है कि विपक्ष की रणनीति आपको रोज तकलीफ देने की है। कार्यवाही शुरु की जाए और आज दोपहर में ही 2 बजे मणिपुर पर चर्चा शुरु की जाए।