कांग्रेस की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा बीजेपी में शामिल हो गई। उन्होंने राजस्थान में कानून- व्यवस्था की खराब हालत का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि, कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है। लोग वहां घुट रहे हैं। लेकिन अपनी बात ऊपर तक पहुंचाने के बाद भी कांग्रेस आलाकमान ध्यान नहीं दे रहा है। इसलिए लोग कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर रहे हैं।
नागौर से कांग्रेस की पूर्व विधायक ज्योति मिर्धा ने कहा कि राजस्थान की हालत दयनीय हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व के कारण उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में वह बीजेपी को राजस्थान में बड़ी जीत दिलाने की कोशिश करेंगे।
Former MP Smt. Jyoti Mirdha and Shri Sawai Singh Chaudhary (Retd. IPS Officer) join BJP in presence of Shri @ArunSinghbjp at party headquarters in New Delhi. #JoinBJP https://t.co/d1iSdnMu1k
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) September 11, 2023
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह, राजस्थान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने ज्योति मिर्धा के पार्टी में आने से बीजेपी के राजस्थान में मजबूत होने का दावा किया है। उन्होंने कानून-व्यवस्था और राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ रहे आपराधिक मामलों का जिक्र कर सीएम अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा। बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योति मिर्धा और सवाई सिंह चौधरी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। जेपी नड्डा ने दोनों ही नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। इस मुलाकात के दौरान अरुण सिंह और सीपी जोशी समेत कई नेता मौजूद थे।
दरअसल, राजस्थान में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। प्रदेश की राजनीति में मिर्धा परिवार का अपना एक राजनीतिक कद रहा है। जिसका फायदा कांग्रेस को मिलता रहा है। ज्योति मिर्धा राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज जाट नेता रहे नाथूराम मिर्धा की पोती है। 2009 के लोकसभा के चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर नागौर सीट से चुनाव जीतकर वह सांसद रह चुकी है। लेकिन 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्हें बीजेपी उम्मीदवार सीआर चौधरी और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी समर्थित एनडीए उम्मीदवार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल से हार का सामना करना पड़ा था।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल अब एनडीए से किनारा कर चुके हैं, ऐसे में ये माना जा रहा है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें नागौर लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि इससे पहले उन्हें राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी राजनीतिक ताकत दिखानी होगी।