भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने कमाल करते हुए एथलीट वर्ल्ड चैंपियनशीप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। नीरज चोपड़ा के ताज में एक और हीरा जड़ गया है। 40 मीटर भाला फेंकने वाले नीरज ने 88.17 मीटर भाला फेंककर इतिहास रच दिया। नीरज ने क्वाविफाइंग राउंड में सबसे ज्यादा 88.77 मीटर का थ्रो करके फाइनल में एंट्री की थी और फाइनल में भी उन्होंने झंडे गाड़ दिए। कभी 40 मीटर फेंककर जैवलिन की दुनिया में कदम रखने वाले नीरज चोपड़ा ने 88.17 मीटर फेंककर दुनिया को अपना दम दिखा दिया।
24 दिसंबर 1997 को हरियाणा में जन्में नीरज चोपड़ा को उनके पिता ने वजन कम करने के लिए एक जिम में नामांकन करवा दिया था। पानीपत के एक स्टेडियम में खेलते समय उन्होंने कुछ जैवलिन थ्रोअर को देखा और फिर खुद भी उसमें शामिल हो गए। पानीपत के साई में उन्होंने 2010 में जैवलिन थ्रोअर अभिषेक चौधरी को प्रैक्टिस करते हुए देखा। तब अभिषेक ने देखा कि नीरज बिना ट्रेनिंग के ही 40 मीटर थ्रो कर सकते हैं। उनकी इसी काबिलियत को देखते हुए नीरज को ट्रेनिंग देनी शुरू हुई और यहीं से शुरु हुआ नीरज का 40 से वर्ल्ड चैंपियन बनने का सफर।
बुडापेस्ट में आयोजित विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले नीरज गर्व से भारतीय तिरंगे को अपने हाथों से थामे हुए थे। पोडियम पर तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान के बाद जश्न में डूबे हुए थे। इस बीच कैमरामैन को पोज देने के दौरान कुछ ऐसा किया, जिसने पूरी दुनिया को दिल जीत लिया। उन्होंने कट्टर विरोधी और अक्सर हर मंच पर दुश्मनी निभाने वाले पाकिस्तान के सिल्वर मेडलिस्ट खिलाड़ी अरशद नदीम को पोज के लिए बुलाया तो वह भी दौड़ पड़े। मानों वह इस बुलावे का इंतजार कर रहे थे। इन दोनों ने कैमरे पर पोज दिए और यह बता दिया कि अगर कोशिश की जाए तो प्यार और दोस्ती का मेसेज भी दिया जा सकता है।
हंगरी में हो रही चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले नदीम ने अपने भारतीय खिलाड़ी के साथ गजब का मोमेंट शेयर किया। नदीम को उनकी उपलब्धियों के लिए वाह वाही मिल रही है। उन्होंने कम सुविधाओं के बावजूद सिल्वर मेडल जीता है।