हरियाणा के नूंह में सोमवार को शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच नारेबाजी के बाद बवाल हो गया। देखते ही देखते यह बवाल पत्थरबाजी, गोलीबारी और आगजनी में तब्दील हो गया। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि डीएसपी समेत 10 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी घायल हो गए। डोडल के डीएसपी सज्जन सिंह के सिर में गोली लगी है, एक क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर के पेट में गोली लगी है। आठ पुलिस वालों को गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके साथ ही 20 से ज्यादा आम लोगों के घायल होने की भी खबर है।
हरियाणा पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। जबकि भीड़ ने दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवाएं अगले आदेश तक के लिए बंद कर दी है। इस पूरे मामले पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने नूंह में हिंसा को लेकर कहा कि, हमारी पहली प्राथमिकता वहां पर शांति बनाए रखने की है। यह समय राजनीति करने का नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नूंह जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए केंद्र से एक सप्ताह के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की 20 कंपनियां मंगाई है। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर सेना को भी बुलाने की पूरी तैयारी है।
विपक्षी दल कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल ने सोमवार को नूंह हिंसा को लेकर हरियाणा की सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ गठबंधन कानून- व्यवस्था के मोर्चे पर विफल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है। जबकि नूंह के विधायक आफताब और पूर्व विधायक जाकिर हुसैन ने भी लोगों से शांत बनाए रखने के लिए कहा है।
हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए एक सप्ताह के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की 20 कंपनियां मांगी है। केंद्रीय गृह सचिव को लिखे एक पत्र में, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टीवीएस एन प्रसाद ने 31 जुलाई को एक सप्ताह के लिए तत्काल आरएएफ की 20 कंपनियों की मांग की है।
नूंह और गुरुग्राम में धारा-144 लागू कर लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा गुरुग्राम, नूंह और फरीदाबाद में बुधवार तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं। एहतियात के तौर पर गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और पलवल जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को मंगलवार को बंद करने का आदेश दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, नूंह के खेड़ला मोड़ के पास कुछ शरारती तत्वों ने बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा को रोकने का प्रयास किया और पथराव करने लगे। उपद्रवियों ने जुलूस में शामिल दो कारों में आग लगा दी। लोगों ने उन्हें रोका तो पथराव शुरू कर दिया गया। इसके बाद देखते ही देखते काफी जगह पथराव और आगजनी शुरु हो गई। इस दौरान कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने नूंह में हुए बवाल को लेकर बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री आवास संत कबीर कुटीर पर गृह मंत्री अनिल विज के साथ बैठक करेंगे। बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।