संसद के दोनों सदनों में मणिपुर के मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां सदन में नियम 267 के तहत चर्चा कराने की मांग कर रही है, लेकिन इसके लिए इजाजत नहीं मिली है। इसी शोर-शराबे के बीच राज्यसभा में गुरुवार को थोड़ा हल्का माहौल भी देखने को मिला, जब सभापति जगदीप धनखड़ और विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खरगे के बीच मजाकिया अंदाज में बहस हुई।
उच्च सदन (राज्यसभा) में जब मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, आप (राज्यसभा चेयरमैन) गुस्सा हो गए थे, तब जगदीप धनखड़ ने कहा कि, मैं 45 साल से शादीशुदा हूं और कभी गुस्सा नहीं करता। फिर क्या था सदन में जमकर ठहाके लगे और सोशल मीडिया पर इस बातचीत का वीडियो वायरल हो गया।
दरअसल, मणिपुर मामले पर बहस के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, मैं जब भी अपनी बात कहना चाहता हूं तभी दो मिनट बाद मेरा माइक बंद कर दिया जाता है। मैंने आपको बताया लेकिन आप शायद गुस्से में थे। कांग्रेस नेता के इसी बयान पर चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने मजेदार जवाब दिया, उन्होंने कहा कि मैं पिछले 45 साल से शादीशुदा हूं और कभी गुस्सा नहीं करता।
सदन में मजेदार बातचीत का ये सिलसिला यहीं नहीं रुका, जगदीप धनखड़ ने कहा कि, पी. चिदंबरम भी इस बात को मानेंगे कि, वरिष्ठ वकील होने के नाते हम गुस्सा नहीं कर सकते। इस पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, आप गुस्सा तो बराबर करते हो, लेकिन दिखाते नहीं हो। संसद में मणिपुर मसले पर लगातार माहौल गरम बना हुआ है और इस बीच इस तरह का हल्का माहौल काफी समय बाद देखने को मिला है।
दरअसल, मणिपुर में पिछले 3 महीने से हिंसा हो रही है, राज्य के कई इलाके हिंसा की आग में जले हुए हैं। इसी मसले पर विपक्ष सरकार में दोनों सदनों में चर्चा की मांग कर रहा है, लेकिन यहां एक पेच भी फंस रहा है। विपक्ष की मांग है कि सदन में नियम 267 के तहत चर्चा हो, जबकि सरकार चाहती है कि चर्चा नियम 167 के तहत हो।
ऐसा इसलिए क्योंकि अगर नियम 267 के तहत चर्चा होती है तो उसमें लंबे समय तक बोलने का वक्त मिलता है और बाकी काम को रोककर इस चर्चा को लंबा बढ़ाया जा सकता है। लेकिन सरकार जिस नियम की बात कर रही है उसके तहत तय वक्त के बीच ही चर्चा की जा सकती है और कई पार्टियों को कुछ मिनट ही बोलने के लिए मिलते हैं। यही वजह है कि विपक्ष 267 नियम के तहत चर्चा चाहती है।