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संसद के मानसून सत्र के हंगामेदार होने के आसार, मणिपुर में महिलाओं के शोषण पर विपक्ष है आग बबूला

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July 20, 2023

संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। मानसून सत्र के हंगामेदार होने की पूरी उम्मीद है। क्योंकि मानसून सत्र के शुरु होने से पहले मणिपुर की एक तस्वीर ने विपक्ष को आग बबूला कर दिया है। यहां दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सरेआम शोषण करने का मामला सामने आया है जिसके बाद से विपक्ष से लेकर सोशल मीडिया तक लोगों में गुस्से का माहौल है। 

 

मणिपुर में जो हो रहा है वह शर्मसार करने वाला है। दो महीने से देश का एक राज्य जातीय हिंसा में भड़का हुआ है, हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि महिलाओं को सरेआम शर्मसार किया जा रहा है और उनका यौन शोषण हो रहा है। संसद के आज से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र में कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने ‘मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष’ पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इस मुद्दे पर आज संसद में हंगामा होने के आसार हैं। हालांकि, सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह इस मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए तैयार है। 

 

शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, वह इस मामले पर आज संसद में चर्चा करेगी। उन्होंने एफआईआर में देरी को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि, अब तो प्रधानमंत्री जी चुप्पी तोड़ें। सबसे पहले हम मणिपुर का ही मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि जब चुनाव हुए तो प्रधानमंत्री मणिपुर गए, तो अब क्यों नहीं जाते हैं। कितनी बेशर्मी से महिलाओं को घुमाया जा रहा है, रेप किया जा रहा है। वहीं आरजेडी के सांसद मनोज झा ने इस मामले पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पर नोटिस दिया है।

 

संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान 17 बैठकें होंगी। संसद के पूरे सत्र के दौरान 31 विधेयक पेश किए जाएंगे। दिल्ली में ब्यूरोक्रेसी पर कंट्रोल वाला विधेयक भी शामिल है। विधेयक में दिल्ली विधानसभा और एलजी की शक्तियों के मुद्दे में संशोधन किया गया है। इस मुद्दे पर विपक्ष पूरी तरह से एकजुट है। ऐसे में सरकार की प्राथमिकता इस अहम बिल को पारित कराने की होगी। 

 

इससे पहले मॉनसून सत्र को लेकर बुधवार को सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। इसमे सरकार की ओर से सभी दलों को आश्वासन दिया गया कि वह सत्र में नियमों के तहत ऐसे सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, जिनकी स्वीकृति आसन से मिल जाती है। सरकार की ओर से यह आश्वासन संसदीय कार्यमंत्री प्रह्वाद जोशी ने दिया। वहीं इस बैठक में हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि सदन का कामकाज चलना चाहिए। जनता का पैसा बर्बाद नहीं होना चाहिए। 

 

संसद का मॉनसून सत्र ठीक ऐसे समय हो रहा है, जब देश की सियासत में रोज नए-नए घटनाक्रम देखने को मिल रहे हैं। 26 विपक्षी दलों ने नया गठबंधन इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) बनाया है। वहीं एनडीए में नए दल शामिल हुए हैं। ऐसे में विपक्षी खेमे में ऐसे दल जो अब तक एक-दूसरे के साथ दिखने पर परहेज करते थे सत्र के दौरान करीब दिख सकते हैं। इन दो गठबंधनों से इतर सत्र में उन दलों पर सबसे अधिक नजर रहेगी जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। इन दलों में बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस, भारत राष्ट्र समिति जैसे दल शामिल हैं। ये राजनीतिक दल राज्यसभा में इस सत्र में एक्स फैक्टर की भूमिका में दिख सकते हैं। मायावती की पार्टी का स्टैंड देखना भी दिलचस्प होगा। दोनों खेमा ऐसे दलों को अपने पाले मे करने की पूरी कोशिश करेगा।