आखिरकार एक लंबे इंतजार के बाद देश की सबसे बड़ी पार्टी, बीजेपी ने अपना चुनाव घोषणा पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों का घोषणा पत्र आने के बाद चुनावी बाजार में बीजेपी के घोषणा पत्र को लेकर चर्चा काफी तेज थी। कुछ राजनीतिकार तो यह तक मान चुके थे की सत्ताधारी पार्टी के पास ये चुनाव लडने के लिए कोई मुद्दा ही नही है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव शुरू होने से 5 दिन पहले संकल्प पत्र जारी कर दिया है।
बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र जारी करने के लिए 14 अप्रैल का एतिहासिक दिन इसलिए चुना, क्योंकि ये दिन संविधान निर्माता बी.आर अम्बेडकर की जन्मतिथि के रूप में भी मनाया जाता है। दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में घोषणापत्र – “संकल्प पत्र” के लॉन्च के अवसर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पार्टी के अन्य वरिष्ठ सदस्य उपस्थित थे।
अपना घोषणा पत्र तैयार करने के लिए पार्टी ने ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनो प्रारूप में देशवासियों से सुझाव मांगे थे। कुछ समय पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विकसित भारत मोदी की गारंटी वीडियो वैन लॉन्च की थी, जिसने जमीनी स्तर पर जाकर लोगो के सुझाव एकत्र किए।
इस संकल्प पत्र को ड्राफ्ट करने के लिए बीजेपी ने एक कमेटी का भी गठन किया था जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी। इस कमेटी में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को समन्वयक और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को सह-समन्वयक बनाया गया, उनके अलावा इस कमेटी में 24 लोगों को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया था।
संकल्प पत्र में जारी कि गई कुछ प्रमुख घोषणाएं,
- यूसीसी [समान नागरिक संहिता],
- एक देश एक चुनाव,
- गरीब, मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के 70 वर्ष से अधिक आयु के भारतीयों को आयुष्यमान योजना के तहत मुफ्त चिकित्सा उपचार मिलेगा,
- मोदी फार्मेसी पर 80% की छूट,
- मुद्रा लोन की सीमा बढ़ाकर 20 लाख की गई,
- गरीबों के लिए 3 करोड़ और घर,
- अगले 5 साल तक मुफ्त राशन,
- गरीबों को मुफ्त बिजली।