मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का समय ज्यों-ज्यों नजदीक आ रहा है राजनीतिक दल एक दूसरे पर जमकर सियासी हमले कर रहे हैं। हाल ही में 50 फीसदी कमीशन की सरकार वाले आरोप पर प्रियंका गांधी और कमलनाथ समेत कांग्रेस के कई बड़े नेताओं पर मध्य प्रदेश में केस दर्ज हुए हैं। इन लोगों पर 41 से अधिक जगहों पर एफआईआर दर्ज करवाई गई है। आरोप है कि एक चिट्ठी के आधार पर कांग्रेस ने गलत आरोप लगाए गए हैं। चिट्ठी लिखने वाले व्यक्ति ज्ञानेंद्र अवस्थी अभी तक सामने नहीं आया है। साथ ही उसकी कोई पहचान नहीं है कि वह कौन है। अवस्थी ने अपनी चिट्ठी में सरकार पर 50 फीसदी कमीशन का आरोप लगाया है। उसी चिट्ठी को आधार बनाकर कांग्रेस के बड़े नेताओं ने सरकार पर हमला बोल दिया।
इंदौर, ग्वालियर और भोपाल में भोपाल में प्रियंका गांधी, कमलनथ, अरुण यादव, जयराम रमेश पर केस दर्ज हुआ। इनके खिलाफ धोखाधड़ी और मानहानि का केस दर्ज हुआ है। भोपाल क्राइम ब्रांच के डीसीपी का कहना है कि ग्वालियर पुलिस से संपर्क किया गया है ज्ञानेंद्र अवस्थी नाम का कोई व्यक्ति नहीं है। वहां इस नाम का कोई ठेकेदार भी नहीं है। सभी आरोप जमानती है। उन्होंने कहा कि जिन धाराओं में केस दर्ज हुए हैं, उनमें सात साल से कम की सजा हो सकती है।
पूर्व सीएम ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया कि शिवराज सरकार घोटालों को छिपाने की कोशिश कर रही है। हमने आवाज उठाई तो बीजेपी नेताओं ने प्रियंका गांधी, जयराम रमेश और मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। बीजेपी की सरकार भ्रष्टाचार की जांच नहीं कर सकती है लेकिन आवाज उठाने वालों पर अत्याचार कर सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां कमीशन राज है। मैं हर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि 50 फीसदी कमीशन वाली सरकार को उखाड़ फेंके।
दरअसल, प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को एक ट्वीट किया था जिसमें एमपी के ठेकेदार संघ ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से शिकायत की है कि 50 फीसदी कमीशन के कारण पेमेंट नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी की भ्रष्ट सरकार 40 फीसदी लेती थी। एमपी में बीजेपी सरकार ने रेकॉर्ड तोड़ दिया है।