लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल कर दी है। लोकसभा सचिवायल से इसके लिए बकायदा अधिसूचना जारी कर दिया गया है। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि मार्च में राहुल गांधी की अयोग्यता के फैसले को वापस लिया जाता है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी की सदस्यता को बहाल करने का निर्णय लिया गया है।
दरअसल, मोदी सरनेम मामले में सूरत कोर्ट के दो साल के सजा के फैसले के बाद राहुल गांधी की सदस्यता चली गई थई। बाद में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद शीर्ष अदालत ने राहुल गांधी की सजा पर रोक लगा दी थी। इसके बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में सांसदों का एक दल लोकसभा स्पीकर से मिला था। उसी समय से ये अंदाजा लगाया जा रहा था कि राहुल गांधी की सांसद की सदस्यता बहाल जल्द बहाल होगी।
वायनाड से संसद राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि वह आज से ही संसद के सत्र में भाग ले सकते हैं। आज राज्यसभा में दिल्ली सर्विस बिल पर बहस होनी है। वहीं लोकसभा में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा को लेकर कोई फैसला हो सकता है।
लोकसभा सचिवायल से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि, सुप्रीम कोर्ट के 4 अगस्त के आदेश को देखते हुए राहुल गांधी की अयोग्यता के फैसले को वापस लिया जाता है। लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह के आदेश से जारी इस नोटिफिकेशन में कहा गया है कि 24 मार्च 2023 में रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल ऐक्स, 1951 के सेक्शन 8 को अगले अदालती आदेश तक स्थगित किया जाता है।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने के बाद संसद में सीन बिल्कुल बदल जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि विपक्ष अब और अधिक हमलावर होकर सत्ता पक्ष पर हमले करेगा। वहीं राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने पर कांग्रेस में जश्न का माहौल है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे विपक्षी नेताओं को मिठाई खिलाते दिखे।
कांग्रेस के राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने में देरी के आरोपों पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्वाद जोशी ने कहा कि, जैसे ही सुप्रीम कोर्ट का निर्णय लोकसभा स्पीकर के पास पहुंचा राहुल की सदस्यता बहाल कर दी गई। प्रह्लाद जोशी ने कहा कि, नियमों के अनुसार फैसला हुआ है। उन्होंने कहा कि, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय आने के बाद शनिवार और रविवार हो गया था। लेकिन जैसे ही लोकसभा के पास ऑर्डर पहुंचा राहुल गांधी की सदस्यता बहाल कर दी गई।