RBI ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद नीतिगत निर्णय की घोषणा कर दी है। आरबीआई ने एमपीसी की बैठक के बाद एक बार फिर रेपो रेट को लेकर बड़ा ऐलान किया है। गुरुवार को आरबीआई ने लोगों को बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट को स्थिर रखा। आरबीआई ने रेपो रेट में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है। मतलब रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार है। जैसा की पहले से अनुमान लगाया जा रहा था कि, आरबीआई रेपो रेट को स्थिर रख सकता है, ऐलान भी ठीक उसी तरह से हुआ है।
RBI की मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक आठ अगस्त को शुरू हुई थी। यह बैठक 10 अक्टूबर तक चली। जिसके बाद आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसमें लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी दी। हाल ही में खाने पीने की चीजों के दामों में काफी तेजी आई है। ऐसे में माना जा रहा था कि महंगाई पर काबू पाने के लिए आरबीआई लगातार तीसरी बार नीतिगत दरों को यथावत रख सकता है।
ब्लूमबर्ग के एक सर्वे में सभी 42 इकनॉमिस्ट्स ने भी इस बात का अनुमान लगाया था कि आरबीआई की 6 सदस्यीय एमपीसी रेपो रेट 6.50 परसेंट पर बनाए रख सकती है। हाल में चावल और गेहूं के साथ-साथ सब्जियों की कीमत में भारी बढ़ोतरी हुई है। जुलाई में महंगाई दर आरबीआई के टारगेट रेंज से ऊपर पहुंच गई।
जून के महीने में कम बारिश और उसके बाद देश में कहीं ज्यादा तो कहीं कम बरसात होने से पहले देश में सब्जियों की कीमतों में इजाफा देखने को मिला। खासकर टमाटर की कीमतों ने आम लोगों की जेब पर सबसे ज्यादा असर डाला है। यही कारण है कि जुलाई में रिटेल इंफ्लेशन का अनुमान काफी ज्यादा लगाया जा रहा है। टमाटर के दाम 300 रूपये और अदरक की कीमतें 400 रुपये से ज्यादा देखने को मिली है। जिनके अक्टूबर तक इसी तरह के दाम रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। जानकारों की मानें तो बाकी सब्जियों की कीमतों में भी असर देखने को मिल रहा है।