20 जुलाई से शुरू हुई संसद का मॉनसून सत्र लगातार हंगामे के कारण बाधित हो रहा है। मणिपुर के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अड़े हुए हैं। जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि आप I.N.D.I.A होने का दावा करते हैं और आप राष्ट्रीय हित के मुद्दे को सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। आप किस तरह के इंडिया हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, राजनीति कीजिए कोई दिक्कत नहीं है लेकिन देश के मुद्दों को सुना जाना चाहिए। एस. जयशंकर ने विपक्षी दलों के संसद के भीतर जारी विरोध पर यह बातें कही। क्योंकि हंगामे के कारण सोमवार को भी लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों की कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सदन में लगातार मणिपुर मामले को लेकर गतिरोध बना हुआ है।
संसद की कार्यवाही लगातार बाधित होने के कारण लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एक दिन पहले ही कहा था कि, हर गंभीर मुद्दे पर राज्य विधानसभाओं और संसद में चर्चा होनी चाहिए, लेकिन किसी तरह का कोई व्यवधान नहीं होना चाहिए, क्योंकि लोगों को लोकतंत्र के इन मंदिरों से बहुत उम्मीदें हैं। ओम बिरला ने मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में जारी गतिरोध को लेकर टिप्पणी की है।
कांग्रेस ने सोमवार को सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया कि, सरकार लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं करा रही है जो संसद का अपमान है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ये भी कहा कि सरकार को सबसे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करानी चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि, सत्ता पक्ष के सांसदों को भी हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करना चाहिए और वहां की जमीनी स्थिति को समझना चाहिए।