प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सनातन धर्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, उदयनिधि के बयान पर सही से जवाब देना जरूरी है। ये बयान बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। सनातन धर्म है, था और रहेगा। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि भारत और इंडिया को लेकर विवाद बनाने की कोशिश की जा रही है। विपक्ष की तरफ से इस पर ज्यादा बयान नहीं देना चाहिए। इसके साथ ही पीएम मोदी ने मंत्रियों को भी इंडिया बनाम भारत विवाद पर बयानबाजी न करने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि, इस मामले पर सिर्फ अधिकृत व्यक्ति को ही बोलना चाहिए।
दरअसल, सनातन धर्म के खिलाफ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद से सियासी हंगामा मचा हुआ है। पीएम मोदी ने बुधवार को कहा कि उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म के खिलाफ विवादस्पद बयान का उचित जवाब दिया जाना चाहिए। शनिवार को चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से की थी। उन्होंने कहा था कि, ऐसी चीजों का विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि खत्म कर देना चाहिए। इसके बाद राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया।
इस बयान पर कई राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। बीजेपी ने कांग्रेस पर उदयनिधि के बयान की निंदा करने का दबाव बनाया। हलांकि, उदयनिधि ने बाद में दावा किया कि उन्होंने सनातन धर्म के अनुयायियों के खिलाफ हिंसा का आह्वान नहीं किया था।
अपने बयानों से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में बुधवार को द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर में एफआईआर दर्ज की गई।