मोदी सरकार ने 18 सितंबर से संसद का पांच दिनों का विशेष सत्र बुलाया है। यह सत्र 22 सितंबर तक चलेगा। सूत्रों की मानें तो मोदी सरकार द्वारा बुलाया गया विशेष सत्र नए और पुराने दोनों ही संसद भवन में आयोजित किया जाएगा। 18 सितंबर को सत्र की शुरुआत पुराने संसद भवन में होगी, लेकिन 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के मौके पर इसे नए संसद भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया है।
संसद के नई बिल्डिंग का उद्धाटन इसी साल मई महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। हलांकि, इसमें अभी काम शुरू नहीं हुआ है, मॉनसून सत्र पूरी तरह से संसद की पुरानी बिल्डिंग में किया गया था। लेकिन अब जब विशेष सत्र बुलाया गया है तब संसद की कार्रवाही को नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा रहा है।
माना जा रहा है कि, संसद का आगे का सारा काम अब नई बिल्डिंग में ही होगा, मतलब शीतकालीन सत्र का आयोजन भी नई बिल्डिंग में होगी। मोदी सरकार ने संसद का जो विशेष सत्र बुलाया है, उसमें कुल 5 बैठकें होंगी। इस सत्र का मुख्य अजेंडा क्या होगा ये अभी तक पूरी तरह से साफ नहीं है। हलांकि, वन नेशन, वन इलेक्शन, महिला आरक्षण समेत कई मुद्दों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
अगर संसद की नई बिल्डिंग की बात करें तो इसका नींव साल 2020 में रखी गई थी, जबकि साल 2023 में इसका उद्घाटन किया गया था। ये बिल्डिंग पुराने संसद भवन के बिल्कुल बगल में है, जिसे टाटा प्रोजेक्ट्स ने बनाया है। केंद्र सरकार ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत नए संसद भवन को बनाया है, जिसमें आधुनिक सुविधाएं हैं।
नए संसद भवन में राज्यसभा और लोकसभा दोनों ही जगह अधिक सांसदों के बैठने की जगह है, जबकि संयुक्त सत्र के लिए 1280 सांसद एक साथ बैठ सकते हैं। करीब 900 करोड़ रुपये के बजट में बना नया संसद भवन आधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसमें म्यूजियम, पुस्तकालय, सांसदों के लिए अन्य विशेष सुविधाएं है।