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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में छाया भारत, हर उम्मीदवार चाहता है भारत से अच्छे रिश्ते

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August 28, 2023

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव: अमेरिका में अगले साल राष्ट्रपति का चुनाव होना है और इसके लिए तैयारियां अभी से शुरु हो गई है। रिपब्लिकन पार्टी की प्राइमरी आने वाली है उससे पहले उम्मीदवारों में रेस लगी है, इस बीच अभी से ही अमेरिकी चुनावों में भारत का मुद्दा भी छाने लगा है। कई उम्मीदवार तो ऐसे हैं जो अभी से ही भारत को करीबी बताने में जुटे हैं। इसमें रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी भी शामिल हैं। 

विवेक रामास्वामी ने हाल ही में एक बयान दिया था, जिसकी खूब चर्चा हुई थी। उन्होंने ऐलान किया कि अभी अमेरिका चीन की दोस्ती में जकड़ा हुआ है, लेकिन हम सत्ता में आए तो भारत के साथ दोस्ती को बढ़ाएंगे जिससे की अमेरिका को चीन से आजादी मिल सके। अमेरिका में विवेक रामास्वामी के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं, क्योंकि चीन और अमेरिका के बीच आर्थिक साझेदारी के बावजूद तनाव भरा माहौल रहा है। 

38 साल के विवेक रामास्वामी ने ऐलान किया कि, हमारी भारत के साथ दोस्ती चीन से आर्थिक आजादी का रास्ता बन सकती है। अमेरिका आज पूरी तरह से चीन पर निर्भर है, लेकिन हमें इससे बाहर आना होगा। एशिया में भारत ऐसा मुल्क है, जिसके साथ दोस्ती हमें चीन से आजादी दिलाएगी। रामास्वामी ने साफ शब्दों में कहा कि वह नेतृत्व में आते हैं तो इसी ओर अपने कदम बढ़ाएंगे। 

सही मायने में अगर देखा जाए तो अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव पूरी तरह से भारतीय रंग में रंग चुका है। सिर्फ रिपब्लिकन पार्टी की ओर से ही तीन उम्मीदवार राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की रेस में हैं। विवेक रामास्वामी के अलावा निकी हेली, हर्षवर्धन भी इस रेस में हैं। तीनों ने ही रिपब्लिकन पार्टी की पहली डिबेट में हिस्सा लिया और अपना एजेंडा सामने रखा। विवेक रामास्वामी तो खुलकर भारत के साथ दोस्ती करने की बात करते हैं, तो वहीं दूसरे उम्मीदवार भी ऐसी ही बात भारत के बारे में करते हैं। हलांकि कुछ मामले में निकी हेली और दूसरे उम्मीदवार ने भारत की आलोचना भी की है।

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव साल 2024 में होना है। हलांकि रिपब्लिकन पार्टी का प्राइमरी अगस्त के बाद होगा, तब पार्टी का उम्मीदवार तय होगा। अभी डोनाल्ड ट्रंप इस रेस में सबसे आगे हैं। लेकिन टीवी डिबेट के बाद विवेक रामास्वामी की पॉपुलैरिटी बढ़ी है। हलांकि वह अभी भी ट्रंप से काफी पीछे है और हर किसी को यही उम्मीद है कि रिपब्लिकन पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ही होंगे।