मध्य प्रदेश में तीन सितंबर से बीजेपी जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है। इसके जरिए 210 विधानसभा सीटों तक पार्टी के नेताओं ने पहुंचने का लक्ष्य रखा है। लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा कौन होगा, इसे लेकर पार्टी में संशय की स्थिति बनी हुई है। पार्टी नेताओं से इसे लेकर जब सवाल किया जाता है तो वह असहज हो जाते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सामने तक यही स्थिति रही है। हाल ही में बीजेपी नेता नरेंद्र सिंह तोमर से जब सवाल किया गया है कि 2023 में बीजेपी का नेता कौन होगा? तो वो असहज दिखे।
दरअसल, चेहरे को लेकर संशय की स्थिति इसलिए है कि, बीजेपी हमेशा चुनावों में चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ती रही है। 2008, 2013 और 2018 में पार्टी के सामने शिवराज सिंह चौहान का चेहरा था। 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सामने कोई चेहरा नहीं है। पार्टी के नेता चुनावी रैलियों में यह कह रहे हैं कि कमल का फूल ही हमारा चेहरा होगा।
हलांकि, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस पर कहा कि दरअसल, कुछ चीजें मुझे तय करनी होती है। कुछ चीजों को अध्यक्ष को तय करना होता है। कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिसे संसदीय बोर्ड तय करती है। ऐसे में आप मुझसे जवाब चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक कोई भी बात तय नहीं होती, तब तक बोलना उचित नहीं होता है। इसके साथ ही नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आपको संदेह करने की जरूरत नहीं है।
इसके साथ ही उन्होंने अन्य सवालों के जवाब में कहा कि शिवराज सिंह चौहान अभी मुख्यमंत्री हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कुछ इसी अंदाज में जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि अभी शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री हैं। आगे का काम पार्टी को करने दीजिए।